उत्तर प्रदेश में दूग्ध क्रांति ; खस्ताहाल दुग्ध संघों से ‘सरकारी चोला’ उतारकर बाजारी चोला पहनाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में दूग्ध क्रांति होने जा रही है। खस्ताहाल दुग्ध संघों से ‘सरकारी चोला’ उतारकर बाजारी चोला पहनाने की तैयारी कर ली गई है।
किसी शहर में आइसक्रीम का प्लांट लगेगा तो कहीं गाय के दूध का। पशुपालक को गांव में ही दूध की गुणवत्ता से लेकर उसकी मात्रा और मूल्य की थमा दी जाएगी।
प्रबंधन के छात्रों से दुग्ध उत्पादों की बिक्री कराई जाएगी। दुग्ध संघ अपने उत्पादों की बिक्री मल्टीनेशनल कंपनियों की तर्ज पर ही करेगी।मार्केटिंग के लिए अलग से ‘पराग मिल्क मार्केटिंग कंपनी’ बनाई जाएगी। आउटसोर्स के जरिए एमबीए और बीबीए पास युवाओं के माध्यम से सभी शहरों में पराग के उत्पादों की बिक्री की जाएगी।
इससे गांव देहात के प्रबंधन में शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के लिए अवसर खुलेंगे।सीडीओ डीएस सचान ने बताया कि इसे आधुनिक दुग्ध क्रांति कहना ठीक होगा। इससे मंडल में दूध, घी, खोया पनीर आदि उत्पाद शुद्घ ही नहीं सस्ते भी मिलेंगे।
युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।प्रमुख सचिव अर्चना अग्रवाल ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, सीडीओ और दुग्ध संघों के अधिकारियों वीड़ियो कांफ्रेंस की। प्रमुख सचिव के साथ हुई वार्ता को साझा करते हुए सीडीओ डीएस सचान और जीएम पराग डेयरी एके पचौरी ने बताया कि अभी जिला स्तर पर दुग्ध संघ है।
सरकार प्रदेश के सभी 58 दुग्ध संघों को 18 दुग्ध संघों में तब्दील कर रही है। उन्होंने बताया कि अब मंडल में एक ही दुग्ध संघ रहेगा। दुग्ध संघों के इकाइयां मदर डेयरी की तरह अति विकसित होंगी। अलीगढ़ दुग्ध संघ का कार्यक्षेत्र कमिश्नरी क्षेत्र रहेगा।
सासनी के बंद प्लाट को चालू किया जाएगा। एटा चिलिंग प्लांट से दूध सासनी डेयरी आएगा। वहां पैक और खुले दुग्ध उत्पाद तैयार कर मंडल भर के बाजारों में बेचे जाएंगे।फिरोजाबाद में एक लाख लीटर क्षमता डेयरी खुलेगी।
कन्नौज में एक लाख क्षमता वाला गाय के दूध का प्लांट खुलेगा। बरेली में आइस्क्रीम तथा लखनऊ में दही और फ्लूवर मिल्क का प्लाटं स्थापित किया जाएगा।
Kewards ; Milk,Milk plant,youth,Marketing
किसी शहर में आइसक्रीम का प्लांट लगेगा तो कहीं गाय के दूध का। पशुपालक को गांव में ही दूध की गुणवत्ता से लेकर उसकी मात्रा और मूल्य की थमा दी जाएगी।
प्रबंधन के छात्रों से दुग्ध उत्पादों की बिक्री कराई जाएगी। दुग्ध संघ अपने उत्पादों की बिक्री मल्टीनेशनल कंपनियों की तर्ज पर ही करेगी।मार्केटिंग के लिए अलग से ‘पराग मिल्क मार्केटिंग कंपनी’ बनाई जाएगी। आउटसोर्स के जरिए एमबीए और बीबीए पास युवाओं के माध्यम से सभी शहरों में पराग के उत्पादों की बिक्री की जाएगी।
इससे गांव देहात के प्रबंधन में शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के लिए अवसर खुलेंगे।सीडीओ डीएस सचान ने बताया कि इसे आधुनिक दुग्ध क्रांति कहना ठीक होगा। इससे मंडल में दूध, घी, खोया पनीर आदि उत्पाद शुद्घ ही नहीं सस्ते भी मिलेंगे।
युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।प्रमुख सचिव अर्चना अग्रवाल ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, सीडीओ और दुग्ध संघों के अधिकारियों वीड़ियो कांफ्रेंस की। प्रमुख सचिव के साथ हुई वार्ता को साझा करते हुए सीडीओ डीएस सचान और जीएम पराग डेयरी एके पचौरी ने बताया कि अभी जिला स्तर पर दुग्ध संघ है।
सरकार प्रदेश के सभी 58 दुग्ध संघों को 18 दुग्ध संघों में तब्दील कर रही है। उन्होंने बताया कि अब मंडल में एक ही दुग्ध संघ रहेगा। दुग्ध संघों के इकाइयां मदर डेयरी की तरह अति विकसित होंगी। अलीगढ़ दुग्ध संघ का कार्यक्षेत्र कमिश्नरी क्षेत्र रहेगा।
सासनी के बंद प्लाट को चालू किया जाएगा। एटा चिलिंग प्लांट से दूध सासनी डेयरी आएगा। वहां पैक और खुले दुग्ध उत्पाद तैयार कर मंडल भर के बाजारों में बेचे जाएंगे।फिरोजाबाद में एक लाख लीटर क्षमता डेयरी खुलेगी।
कन्नौज में एक लाख क्षमता वाला गाय के दूध का प्लांट खुलेगा। बरेली में आइस्क्रीम तथा लखनऊ में दही और फ्लूवर मिल्क का प्लाटं स्थापित किया जाएगा।
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