UP वाराणसी में ; संतों, बटुकों और अन्य लोगों पर लाठीचार्ज के विरोध में अन्याय प्रतिकार यात्रा
विहिप समेत कई संगठनों ने यात्रा का समर्थन तो एक व्यापारी संगठन ने बनारस बंद का भी आह्वान किया है।
दूसरे व्यापारी संगठन ने अपने को बंद से अलग रखा है मगर उसने यात्रा का समर्थन किया है। यात्रा सोमवार दोपहर बाद 3 बजे से मैदागिन स्थित टाउनहाल मैदान से निकलेगी। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद एवं विहिप खेमे के महंत बालक दास यात्रा की अगुवाई करेंगे।
दूसरी ओर, प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं। डीएम-एसएसपी की अध्यक्षता में देर शाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया। यात्रा के मद्देनजर मैदागिन-गोदौलिया के बीच सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है।
अन्याय प्रतिकार यात्रा के समर्थक लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई, मुख्यमंत्री से इसके लिए माफीनामा की मांग कर रहे हैं। यात्रा में शामिल संत दशाश्वमेध घाट पहुंचकर गंगा में ही मूर्ति विसर्जन का संकल्प भी लेंगे।
यात्रा की सफलता के लिए रविवार पूरे दिन केदार घाट स्थित विद्या मठ के अलावा शहर के विभिन्न स्थानों पर बैठकें होती रहीं। अलग-अलग टोलियों में जनसंपर्क हुआ। सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों से यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया जाता रहा।
उधर, बनारस बंद के असर को कम करने और यात्रा को टालने के लिए प्रशासन का प्रयास रविवार को भी जारी रहा। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और आईजी अमरेन्द्र सेंगर शनिवार आधी रात के बाद विद्या मठ पहुंचे और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से यात्रा को स्थगित करने करने का आग्रह किया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि बटुकों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के माफी मांगने तक कोई बात नहीं होगी।
Kewards ; varanasi,Saints,upgovt,journey
दूसरे व्यापारी संगठन ने अपने को बंद से अलग रखा है मगर उसने यात्रा का समर्थन किया है। यात्रा सोमवार दोपहर बाद 3 बजे से मैदागिन स्थित टाउनहाल मैदान से निकलेगी। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद एवं विहिप खेमे के महंत बालक दास यात्रा की अगुवाई करेंगे।
दूसरी ओर, प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं। डीएम-एसएसपी की अध्यक्षता में देर शाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया। यात्रा के मद्देनजर मैदागिन-गोदौलिया के बीच सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है।
अन्याय प्रतिकार यात्रा के समर्थक लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई, मुख्यमंत्री से इसके लिए माफीनामा की मांग कर रहे हैं। यात्रा में शामिल संत दशाश्वमेध घाट पहुंचकर गंगा में ही मूर्ति विसर्जन का संकल्प भी लेंगे।
यात्रा की सफलता के लिए रविवार पूरे दिन केदार घाट स्थित विद्या मठ के अलावा शहर के विभिन्न स्थानों पर बैठकें होती रहीं। अलग-अलग टोलियों में जनसंपर्क हुआ। सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों से यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया जाता रहा।
उधर, बनारस बंद के असर को कम करने और यात्रा को टालने के लिए प्रशासन का प्रयास रविवार को भी जारी रहा। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और आईजी अमरेन्द्र सेंगर शनिवार आधी रात के बाद विद्या मठ पहुंचे और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से यात्रा को स्थगित करने करने का आग्रह किया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि बटुकों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के माफी मांगने तक कोई बात नहीं होगी।
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