कई काउंसलिंग के बावजूद बीएड और बीटीसी की सीटें खाली ; नाराज कॉलेज प्रबंधक अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में
कई काउंसलिंग के बावजूद बीएड और बीटीसी की सीटें खाली रह जाने से नाराज कॉलेज प्रबंधक अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं।
उनका कहना है कि छात्र भी दाखिला लेना चाहते हैं और कॉलेजों में सीटें भी खाली हैं लेकिन गलत नीतियों के कारण सीटें नहीं भर पा रहीं।
कॉलेज प्रबंधकों का कहना है कि वे इसके लिए शिक्षा मंत्री से मिलेंगे। वहां से भी रास्ता नहीं निकला तो कोर्ट जाएंगे।
बीएड में इस साल 50 फीसदी से भी ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। वहीं बीटीसी में भी 30 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली हैं।
स्ववित्तपोषित महाविद्यालय असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि छात्रों को सभी जिलों का ऑप्शन दिया गया। जिनकी मेरिट ज्यादा है, उनका कई जिलों में चयन हो गया।
सभी जिलों की केंद्रीय सूचना भी छात्रों को नहीं दी जा रही कि किस जिले में कितनी सीटें खाली रह गई हैं। ऐसे में खाली सीटों की सूचना न मिलने के कारण वे इंतजार करते रहते हैं। इससे नीचे की मेरिट वाले इंतजार में ही हैं।
Kewards ; B.ED,Btc,counciling,vacant seats
उनका कहना है कि छात्र भी दाखिला लेना चाहते हैं और कॉलेजों में सीटें भी खाली हैं लेकिन गलत नीतियों के कारण सीटें नहीं भर पा रहीं।
कॉलेज प्रबंधकों का कहना है कि वे इसके लिए शिक्षा मंत्री से मिलेंगे। वहां से भी रास्ता नहीं निकला तो कोर्ट जाएंगे।
बीएड में इस साल 50 फीसदी से भी ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। वहीं बीटीसी में भी 30 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली हैं।
स्ववित्तपोषित महाविद्यालय असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि छात्रों को सभी जिलों का ऑप्शन दिया गया। जिनकी मेरिट ज्यादा है, उनका कई जिलों में चयन हो गया।
सभी जिलों की केंद्रीय सूचना भी छात्रों को नहीं दी जा रही कि किस जिले में कितनी सीटें खाली रह गई हैं। ऐसे में खाली सीटों की सूचना न मिलने के कारण वे इंतजार करते रहते हैं। इससे नीचे की मेरिट वाले इंतजार में ही हैं।
Kewards ; B.ED,Btc,counciling,vacant seats
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