उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चल रही सुनवाई आज टल गई।
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद देशभर के वकील सोमवार को हड़ताल पर रहे जिसमें लखनऊ व इलाहाबाद के वकीलों ने भी हड़ताल का समर्थन किया और कामकाज बंद रखा।
इसी के चलते 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के मामले में आज सुनवाई टल गई।
बताया जा रहा है कि इस मामले में यूपी सरकार और बीएड उम्मीदवारों की ओर से बहस पूरी हो चुकी है और सोमवार को शिक्षामित्र अभ्यर्थियों की ओर से बहस होनी है। अगर हड़ताल न होती तो आज शिक्षामित्रों की बहस शुरू हो सकती थी।
उल्लेखनीय है कि विशेष अपीलों में एकल पीठ के 30 मार्च 2019 के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें कोर्ट ने सरकार के 7 जनवरी 2019 के शासनादेश को रद्द कर दिया था।
इस मामले पर चल रही बहस में सरकार और बीएड उम्मीदवारों की ओर से बहस पूरी हो चुकी है और अब अगली सुनवाई में शिक्षामित्र अभ्यर्थियों की ओर से अपना पक्ष व दलीलें पेश की जाएंगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए जनवरी में परीक्षा कराई गई थी। अब लिखित परीक्षा हुए 9 महीने हो गए हैं फिर भी चार लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है।
परीक्षा के बाद सरकार ने भर्ती का कटऑफ सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी के लिए 65 प्रतिशत व आरक्षित वर्ग के लिए 60 प्रतिशत की अनिवार्यता के साथ तय कर दिया।
इस आदेश को लेकर अभ्यार्थियों ने हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में चुनौती दी। याचिकाकर्ताओं की मांग है कि सरकारी नियमों के हिसाब से भर्ती के लिए डाली गई याचिका पर सुनवाई हो और महाधिवक्ता हर सुनवाई में मौजूद रहें।
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