24 अगस्त की सुनवाई में मौखिक बहस फिर टलने के आसार ; मिशन सुप्रीम कोर्ट

            सभी केस एडवांस केस लिस्ट में एनएमडी केस में शो हो रहे हैं। जिस का अर्थ सुप्रीम कोर्ट रूलिंग के हिसाब से ये है कि उक्त केसेस की सुनवाई "हर सप्ताह केवल मंगलवार" को की जाती है।
            शिक्षक नियुक्ति और  शिक्षामित्र समायोजन केस पर जल्द फैसला देने के लिए कोर्ट ने लिखित बहस का रास्ता चुना।
            जल्द फैसला होने की उम्मीद बढ़ी अवशेष शिक्षामित्रों और नई डाली गई सभी एसएलपी और याचिकाकर्ताओं कोे 17 अगस्त तक रिटेन सबमिशन जमा करने की छूट दी गई।
             27 जुलाई के बाद अब 24 अगस्त की सुनवाई में भी  "मिशन सुप्रीम कोर्ट" समूह की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गोन्साल्विस, अधिवक्ता फ़िडेल सेबेस्टियन और अधिवक्ता(एओआर) ज्योति मेंदिरत्ता उपस्थित रहेंगे।
             अब चूँकि मिशन सुप्रीम कोर्ट समूह द्वारा लिखित बहस के बिंदु कोर्ट में पहले ही जमा किये जा चुके हैं, और केस मेरिट पे आने पे अकाट्य साक्ष्यों के साथ हाइकोर्ट के फैसले के हर हर बिंदु का जवाब तैयार कराया गया है।
              मिशन सुप्रीम कोर्ट के वर्किंग ग्रुप मेंम्बर्स रबी बहार, केसी सोनकर और साथियो ने अपने वकील के माध्यम से अपनी बात कोर्ट के समक्ष रखने की पूरी तैयारी की है। अब बस इंतज़ार है तो बस फाइनल बहस का।
24 अगस्त की सुनवाई की संभावित रुपरेखा
लिखित सबमिशन मांगे जाने का परिणाम :-
              संभवतः कोर्ट अब इन सब्मिशंस द्वारा बहस के बिंदु तै करेगा। और 72825 व अन्य शिक्षक भर्ती पर बहस के बिंदु तै करके के अलग किये जा सकते हैं।
              शिक्षामित्र समायोजन मामले में अवशेष व् अन्य मुद्दों पर बहस की गाइड लाइन तै की जा सकती है।
दोनों केस अलग अलग किये जाने की भी सम्भावना है।
24 अगस्त की सुनवाई में बहस टलने के आसार ! :-
24 अगस्त की सुनवाई में बहस टलने की पूर्ण सम्भावना है।
                अब जबकि सभी के लिखित निवेदन जमा किये जा चुके हैं तो संभवत राज्य सरकार की क्लोज़र रिपोर्ट और समायोजन केस के हाई कोर्ट की पत्रावली पर ब्रीफ नोट, और काउंटर व् रेजोइंडर सबमिशन माँगा जा सकता है।
                हमारे एओआर श्रीमती ज्योति मेंदिरत्ता  द्वारा भी आशंका जताई है कि 24 अगस्त को सुनवाई की बहस टल सकती है। वहीँ दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में लिखित सुब्मिशन जमा हो जाने के बाद रेजोइंडर का आदेश हो सकता है या फिर इन्ही सुब्मिशनस पर मौखिक बहस कराई जा सकती है।
               हालात को देखते हुए रेजोइंडर सुब्मिशन लेने के साथ मौखिक बहस होने की सर्वाधिक सम्भावना है।लेकिन ये बहस व सुनवाई की अगली तारीख लगने के बाद होने की पूरी सम्भावना है।
"मिशन सुप्रीम कोर्ट" की 24 अगस्त की तैयारी:-
              समूह द्वारा दाखिल की गई एसएलपी के ग्राउंड्स अब तक दाखिल हुई सभी एसएलपी से अलग और संवैधानिक उपबन्धों पर आधारित हैं इसलिए समूह के सदस्य जीत के प्रति आश्वस्त हैं।
             लिखित सुब्मिशन मांगे जाने से समूह के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ कोलिन गोन्साल्विस और अधिवक्ता फ़िएडेल सेबेस्टियन को अपनी बात रखने में आसानी होगी।
              लिखित सबमिशन तलब कर के सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई को सरल बना दिया गया है साथ ही केस को जटिल होने से रोकने का रास्ता निकाला गया। जिससे हमारी जीत की सम्भावना और बढ़ गई है।
             "मिशन सुप्रीम कोर्ट" समूह के साथियों को अवगत कराना चाहते हैं कि 26 जुलाई को "मिशन सुप्रीम कोर्ट" समूह द्वारा जमा किए गए लिखित बहस के बिंदु विरोधी को ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। यदि 24 अगस्त को बहस हुई तो निश्चित सफलता मिल सकती है।
              आजीविका और मान सम्मान से कोई समझौता नहीं।
©मिशन सुप्रीम कोर्ट।।


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