शिक्षामित्रों ने टीईटी-15 के लिए कसी कमर ; शिक्षामित्र संघ ने सभी जिला एवं मंडल अध्यक्ष को लिखी चिळी
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन को लेकर कानूनी लड़ाई के बीच शिक्षामित्रों ने टीईटी-15 के लिए कमर कस ली है।
दो फरवरी को प्रस्तावित परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षामित्रों के बड़े संगठन उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने अपने सभी जिला एवं मंडल अध्यक्ष को चिळी लिखी है।
संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने 11 दिसम्बर को भेजी चिप्ती में लिखा है-‘आप सभी जिलाध्यक्ष व मंडल अध्यक्ष को निर्देशित किया जाता है कि अपने जिलों के सभी शिक्षामित्रों को नियत तिथि तक आवेदन फार्म अवश्य भरवा दें जिससे सभी टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर सकें एवं भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके।’
बगैर टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे शिक्षामित्र संघ की यह चिळी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
दरअसल हाईकोर्ट ने 12 सितम्बर को 1.24 लाख शिक्षामित्रों के बगैर टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। बाकी के शिक्षामित्र दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
लगभग पौने दो साल बाद यूपी में होने जा रही टीईटी-15 शिक्षामित्रों के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देखी जा रही है।
यदि शिक्षामित्र टीईटी पास कर लेते हैं तो उनके सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की अड़चन दूर हो जाएगी क्योंकि दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पर कोई संकट नहीं है। परीक्षा देने से कोई नुकसान भी नहीं है।
Keyword ; TET,samayojan,shikshamitra,teachers
दो फरवरी को प्रस्तावित परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षामित्रों के बड़े संगठन उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने अपने सभी जिला एवं मंडल अध्यक्ष को चिळी लिखी है।
संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने 11 दिसम्बर को भेजी चिप्ती में लिखा है-‘आप सभी जिलाध्यक्ष व मंडल अध्यक्ष को निर्देशित किया जाता है कि अपने जिलों के सभी शिक्षामित्रों को नियत तिथि तक आवेदन फार्म अवश्य भरवा दें जिससे सभी टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर सकें एवं भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके।’
बगैर टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे शिक्षामित्र संघ की यह चिळी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
दरअसल हाईकोर्ट ने 12 सितम्बर को 1.24 लाख शिक्षामित्रों के बगैर टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। बाकी के शिक्षामित्र दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
लगभग पौने दो साल बाद यूपी में होने जा रही टीईटी-15 शिक्षामित्रों के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देखी जा रही है।
यदि शिक्षामित्र टीईटी पास कर लेते हैं तो उनके सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की अड़चन दूर हो जाएगी क्योंकि दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पर कोई संकट नहीं है। परीक्षा देने से कोई नुकसान भी नहीं है।
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