प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक विवादों में फंसीं भर्तियां, कोर्ट में तारीख पर तारीख का सिलसिला जारी
परिषदीय विद्यालयों में ६९ हजार शिक्षक भर्ती को लेकर पहले सवालों का विवाद सामने आया और अब नकल कराए जाने का मामला पकड़ा गया है। इसमें पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद भर्ती पर संकट बढ़ गया है। वहीं, प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के ३७३ पदों पर भर्ती विवादों के कारण फंसी हुई है।
विज्ञापन संख्या ४७ के तहत ३५ विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के ११५० पदों पर भर्ती होनी थी।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की ओर से ३३ विषयों का रिजल्ट जारी किया जा चुका है।
इनमें से ३१ विषयों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है जबकि दो विषयों हिंदी और राजनीति विज्ञान के चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग का कार्यक्रम जल्द जारी होने वाला है लेकिन समाजशास्त्र और शिक्षाशास्त्र विषय की भर्तियों में विवाद के कारण मामला कोर्ट में है।
समाजशास्त्र में असिस्टेंट प्रोफेसर के २७३ और शिक्षाशास्त्र में १०० पदों पर भर्ती होनी है।
अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं कि यूपीएचईएससी की ओर से कोर्ट में ठीक से पैरवी न किए जाने के कारण इन दोनों विषयों का रिजल्ट लंबे समय से फंसा हुआ है जबकि कुल पदों में ३२ फीसदी पद इन्हीं दोनों विषयों के हैं।
वहीं, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय के ३२८७ पदों पर भर्ती फंसी हुई है।
१५ विषयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के १०७६८ पदों पर भर्ती होनी है, जिनमें हिंदी विषय में १४३३ और सामाजिक विज्ञान में १८५४ पद हैं।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) १३ विषयों का परिणाम जारी कर चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति की संस्तुति भी निदेशालय को भेज चुका है लेकिन हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय का रिजल्ट पेपर लीक मामले में फंसा हुआ है।
एलटी ग्रेड शिक्षकों के कुल पदों में से ३१ फीसदी पद इन्हीं दोनों विषयों के हैं।
पुलिस की कार्रवाई के बाद भर्ती पर संकट बढ़ गया है। वहीं, प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के ३७३ पदों पर भर्ती विवादों के कारण फंसी हुई है।
विज्ञापन संख्या ४७ के तहत ३५ विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के ११५० पदों पर भर्ती होनी थी।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की ओर से ३३ विषयों का रिजल्ट जारी किया जा चुका है।
इनमें से ३१ विषयों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है जबकि दो विषयों हिंदी और राजनीति विज्ञान के चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग का कार्यक्रम जल्द जारी होने वाला है लेकिन समाजशास्त्र और शिक्षाशास्त्र विषय की भर्तियों में विवाद के कारण मामला कोर्ट में है।
समाजशास्त्र में असिस्टेंट प्रोफेसर के २७३ और शिक्षाशास्त्र में १०० पदों पर भर्ती होनी है।
अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं कि यूपीएचईएससी की ओर से कोर्ट में ठीक से पैरवी न किए जाने के कारण इन दोनों विषयों का रिजल्ट लंबे समय से फंसा हुआ है जबकि कुल पदों में ३२ फीसदी पद इन्हीं दोनों विषयों के हैं।
वहीं, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय के ३२८७ पदों पर भर्ती फंसी हुई है।
१५ विषयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के १०७६८ पदों पर भर्ती होनी है, जिनमें हिंदी विषय में १४३३ और सामाजिक विज्ञान में १८५४ पद हैं।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) १३ विषयों का परिणाम जारी कर चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति की संस्तुति भी निदेशालय को भेज चुका है लेकिन हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय का रिजल्ट पेपर लीक मामले में फंसा हुआ है।
एलटी ग्रेड शिक्षकों के कुल पदों में से ३१ फीसदी पद इन्हीं दोनों विषयों के हैं।
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