6,645 शिक्षकों की भर्ती ; अधिकारियों की सुस्त रफ्तार , शिक्षकों के प्रमाण पत्रों में मिली बड़ी कमियां पड़ रहीं भारी

                   राजकीय इंटर कॉलेजों में एलटी शिक्षकों की भर्ती में अधिकारियों की सुस्त रफ्तार विभाग को भारी पड़ रही है। स्थिति यह है कि सालभर की मशक्कत के बाद भी मात्र 1152 शिक्षक ही जॉइन कर सके हैं। इनमें 729 महिला व 423 पुरुष शिक्षक हैं।
                 राजकीय इंटर कॉलेजों में वर्ष 2014 में 6,645 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था, लेकिन मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक भर्ती में रुचि नहीं ले रहे हैं।
                 माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों से नए सिरे से जानकारी मांगी है।
                  राज्य सरकार ने राजकीय इंटर कॉलेजों में एलटी शिक्षकों की भर्ती का निर्देश दिया था। 6,645 पदों के लिए विज्ञापन निकला था। इनमें 3964 महिला व 2681 पुरुष शिक्षकों के पद थे।
                   मंडल स्तर पर आवेदन लेने के साथ मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को भर्ती का अधिकार दिया गया था। भर्ती के लिए समय सीमा तय कर दी गई थी, लेकिन मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों की लापरवाही से भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। सबसे खराब स्थिति लखनऊ की है।
                  यहां चयनित होने वाले शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच में बड़ी कमियां मिलीं, लेकिन मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ने ठोस कार्रवाई समय से नहीं की।

Kewards ; teachers,tet,6645 recruitment,upgovt

Comments

Popular posts from this blog

शिक्षामित्र समायोजन मामला : हाईकोर्ट आदेश का सारांश

Shikshamitra adjustment ; Supreme Court updates

नौकरी पा चुके टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों में घबराहट : ओएमआर पर व्हाइटनर लगाकर उत्तर में बदलाव करने वालों की पहचान करने के कोर्ट के निर्देश

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को दिए निर्देश ; कहा-समय रहते करें शिक्षकों की तैनाती

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अलग-अलग पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं ; 13 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन शुरू,प्रवेश परीक्षाएं 25 से 30 मई के बीच

प्रधान वैज्ञानिक के 51 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित

शिक्षा मित्रों का वेतन व मानदेय मामला ; शिक्षा मित्रों का प्रतिनिधिमंडल रविवार को मिला बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन से

15000 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में पेंच ; Sbtc 2004, 2007 और 2008 बैच के अभ्यर्थी भी पहुचें कोर्ट